भारत के 16 प्रमुख लोकप्रिय हिल स्टेशन | Top 16 Hill Station of India
हमारा देश भारत
विविधताओ का देश है यहाँ पर आपको देखने के लिए बहुत कुछ मिल जायेगा आज हम बात कर
रहे भारत के प्रमुख हिल स्टेशन्स की यहाँ के हिल स्टेशन अत्यंत लुभावने है सबसे मजेदार बात हमारे
देश की है कि यहाँ पर आपको हर प्रकार के हिल
स्टेशन देखने को मिल जायेंगे यदि आप झरने झील
के शौक़ीन है तो आपको यहाँ बहुत ही मनभावन झरने झील देखने को मिलेंगे , यदि आप
बर्फ़बारी के शौक़ीन है तो आपके यहाँ बर्फ़बारी वाली पहाड़ियां भी देखने को मिलेंगी |
चलिए सुरुवात
करते है और जान लेते है की हिल स्टेशन होता क्या है What is Hill Station – हिल स्टेशन मतलब पहाड़ी इलाका
ये काफी ऊँचाई पर स्थित होते है इनको देखकर आपको एक अलग शांन्ति की अनुभूति होगी |
Top Hill Station of India |
भारत में बहुत सी पर्वत श्रंखलाये है यहाँ आपको हिमालय की ऊँची ऊँची चोटियां देखने को मिलेंगी तो दूसरी और आप देखेंगे विंध्यांचल – सतपुड़ा की पहाड़िया तो एक और आप पाएंगे अरावली की पहाडियां | चलिए अब आज हम लोग भारत की कुछ सुन्दर हिल स्टेशन्स के बारे में जानते है आप कभी भी अपनी व्यस्त दिनचर्या से समय निकालकर इन जगहों पर अवश्य जाये –
नैनीताल
यह एक छोटा सा
शहर है जो उत्तराखंड राज्य में तीन और से पहाडियों से घिरा हुआ है इसको झीलों का
शहर कहा जाता है | नैनीताल भी एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है जो की हिमालय को गोद में
स्थित है नैनीताल की झीलों का हरा रंग साफ़ बताता है की इस शहर में कितनी हरियाली
होगी सच में लाजवाब है नैनीताल |
नैनीताल के पर्यटन स्थल
नैनी झील , भीम ताल , नौकुचियातल , सातताल , नैना पीक , हनुमान गढ़ी
मंदिर , नैना देवी मंदिर , स्नो व्यू , वेधशाला |
कैसे पहुचे
यदि आप
वायुमार्ग से जाना चाहते है तो यहाँ का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर है यहाँ से
नैनीताल की दूरी लगभग 70 किलोमीटर है पन्तनगर से आपको टैक्सी मिल जाएँगी |
यदि आप रेलवेमार्ग
से जाना चाहते है तो यहाँ का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है फिर आप बस या
टैक्सी बुक करके मसूरी नैनीताल पहुच सकते है |
यदि आप
सड़कमार्ग से जाना चाहते है तो भारत के कई प्रमुख शहरों से नैनीताल के लिए बसे मिल
जाएँगी |
लेह
लेह
लद्दाख का एक क्षेत्र है और यह जम्मू कश्मीर राज्य में आता है प्रकति प्रेमियों के
लिए लेह को स्वर्ग का दर्जा देना निरर्थक नहीं होगा यहाँ पर चारो तरफ प्रकति की
हरियाली देखते ही बनती है
लेह के प्रमुख पर्यटक स्थल
लेह महल , जोरावर का किला , शंकर गोपा मठ , हेमिंग्स गोम्पा मठ , शे
बौद्ध मठ , थिन्कसे मठ , लेह मस्जिद , अल्ची मठ , माथो मठ लेह , कलि मंदिर , शांति
सतूप लेह , स्टॉक प्लेस म्यूजियम , गुरुद्वारा पत्थर साहिब , कारगिल |
कैसे पहुचे
लेह तक जाने के
मुख्यता दो रास्ते है एक मनाली होकर जाता है दूसरा श्रीनगर होकर जाता है |
यदि आप
वायुमार्ग से जाना चाहते हो तो लेह तक वायुमार्ग से भी आ सकते है यहाँ पर कुशोक
बकुला रिंपोचे एअरपोर्ट है परन्तु यहाँ सीमित शहरों से ही उड़ाने भरी जाती है ,
भारत के कई प्रमुख शहरो से लेह के लिए उड़ाने भरी जाती है |
यदि आप रेलमार्ग
से जाना चाहते है तो कोई भी सीधा रास्ता तो नहीं परन्तु आप जम्मू तक पहुच सकते है क्यूंकि
जम्मू बड़ा रेलवे स्टेशन है यहाँ तक भारत के तमाम शहरों से ट्रेन आती है और जम्मू
से लेह सादग मार्ग फवारा बस या टैक्सी बुक करके पहुच सकते है |
यदि आप सड़क
मार्ग से जाना चाहते है तो आपको बड़े आराम से जम्मू , श्रीनगर , दिल्ली , मनाली इत्यादी
शहरों से जम्मू कश्मीर स्टेट ट्रांसपोर्ट या हिमांचल प्रदेश स्टेट ट्रांसपोर्ट की
बसे मिल जाएगी आप टैक्सी बुक करके भी पहुच सकते है |
श्रीनगर
डल
झील यहाँ का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र है | श्रीनगर को आप देखकर रोमांचित हो
उठेंगे इतना दिलकश प्राकृतिक नजारा शायद ही आपको कही और देखने को मिले | ऊँचे ऊँचे
सुन्दर वृक्ष , बर्फ की चादर ओढ़े पहाड़िया, झेलम नदी के मनोरम दृश्य बस देखते ही बनते है मन तो करता है बस यही रह जय हमेशा श्रीनगर
में आप डल झील में हाउसबोट का लुत्फ़ ले सकते है |
श्रीनगर के पर्यटन स्थल
सिन्थान चोटी,खीर भवानी मंदिर , बेताब घटी , पत्थर मस्जिद , शाह
हमदान मस्जिद , हजरतबल दरगाह , गुलमर्ग , पहलगाम , मार्तण्ड सूर्य मंदिर |
कैसे पहुचे
यह जम्मू से लगभग 320 किलोमीटर की दूरी पर है |
यदि आप
वायुमार्ग से जाना चाहते है तो तो श्रीनगर में हवाई अड्डा है और भारत के कई शहरो
से यहाँ उड़ाने भरी जाती है |
यदि आप रेल
मार्ग से आना चाहते तो पहले आप जम्मू आये जम्मू से श्रीनगर आप बस से पहुच सकते है
श्रीनगर में कोई भी रेलवे स्टेशन नहीं यहाँ का सबसे नज्दीखी रेलवे स्टेशन जम्मू है
|
यदि आप सड़क
मार्ग से जाना चाहते है तो आपको बड़े आराम से जम्मू , श्रीनगर , दिल्ली , मनाली
अत्यादी शहरों से जम्मू कश्मीर स्टेट ट्रांसपोर्ट या हिमांचल प्रदेश स्टेट
ट्रांसपोर्ट की बसे मिल जाएगी आप टैक्सी बुक करके भी पहुच सकते है |
शिमला
शिमला
हिमांचल प्रदेश राज्य में स्थित है वैसे तो पूरा हिमांचल प्रदेश अपनी खूबसूरती के
लिए पुरी दुनिया में जाना जाता है परन्तु यहाँ हम बात शिमला की करेंगे शिमला भारत
के प्रसिद्ध हिल स्टेशनो में से एक है यहाँ पर आपको हिमालय पर्वत की चोटियों के
मनभावन नज़ारे देखने को मिलेंगे | अगर बात करे रोमांच की तो शिमला में आप गोल्फ खेल
सकते हो , शिपिंग कर सकते हो , ट्रैकिंग का भी मजा लिया जा सकता है |
शिमला में पर्यटन के केंद्र
चाडविक फ़ाल , दरंघाती अभ्यारण्य , तारादेवी मंदिर , समर हिल्स
, दी शिमला स्टेट म्यूजियम , कुकरी , चैल, जाखू हिल |
कैसे पहुचे
यदि आप
वायुमार्ग से जाना चाहते है तो शिमला में जुब्बरहट्टी एअरपोर्ट है यहाँ से चंडीगढ़
, दिल्ली से कई उड़ाने भरी जाती है |
यदि आप रेलवेमार्ग
से जाना चाहते है तो शिमला के नजदीक कालका एक बड़ा स्टेशन है जहा से भारत के कई शहरो
से ट्रेने जाती है फिर कालका से शिमला के लिए छोटी रेलवे लाइन है |
यदि आप सड़क
मार्ग से जाना चाहते तो आप जा सकते है शिमला दिल्ली से ३५० किलोमीटर लगभग और
चंडीगढ़ से ११८ किलोमीटर लगभग की दूरी पर है |
मनाली
मनाली की शिमला
से दूरी लगभग २८० किलोमीटर है यह शहर भी चारो तरफ से पहाडियों से घिरा हुआ है चारो
तरफ प्रकति की हरियाली आँखों को तरोताजा कर देती ऐसा लगता है जैसे शरीर की थकान मानो कोसो दूर चली गई हो |
मनाली के पर्यटन स्थल
व्यास कुंद , हडीम्बा देवी , जोगिनी झरना . व्यास झरना , वशेस्वर
महादेव मंदिर , झोलांग घाटी |
कैसे पहुचे
जब भी आप शिमला
जाय संभव हो तो उसी ट्रिप में ही समय निकलकर मनाली घूम आइये शिमला से तमाम साधन
आपको मिल जायेंगे |
दार्जिलिंग
दार्जिलिंग चाय
के बड़े बड़े और सुन्दर बागानों के लिए जाना जाता है यह पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित
है जब आप दूर से यहाँ के चाय के बागन देखेंगे तो आपको ऐसा प्रतीत होगा जैसे धरती
पर हरे रंग की अत्यंत सुन्दर चादर बिछी हो इतनी हरियाली शायद ही अपने पहले कही
देखी हो यहाँ आके आँखों को अद्भुद सुकून मिलेगा | दार्जिलिंग अपने मठो के लिए भी
प्रसिद्ध है | दार्जिलिंग को पहाड़ो की रानी Queen of Hills नाम से भी संबोधित
किया जाता है | चाय के बागानों के आलावा यहाँ पर आपको बर्फीले पहाड़ , ऊँचे ऊँचे
वृक्ष , झील झरने भी देखने को मिलेंगे | दार्जिलिंग का सबसे बड़ा आकर्षण यहाँ की
टॉय ट्रेन TOY TRAIN है जो आपको दार्जिलिंग की सुन्दरता से रूबरू कराती है |
दार्जिलिंग के पर्यटन स्थल
टाइगर हिल , जापानी मंदिर , सेंथल झील , घूम मठ , शाक्या मठ ,
हिमालय हिंदी भवन , सिंगला , बतासिया लूप , रॉक गार्डन विक्टोरिया वाटरफाल |
कैसे पहुचे
यदि आप
वायुमार्ग से जाना चाहते है तो यहाँ का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा बागडोगरा सिलीगुड़ी
में है यहाँ से दार्जिलिंग मात्र लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर है |
यदि आप
रेलमार्ग से जाना चाहते है तो आपको
जलपाईगुडी रेलवे स्टेशन पहुचना होगा यहाँ से आपको तमाम साधन मिल जायेंगे |
यदि आप
सड़कमार्ग से जाना चाहते है तो आपको पहले तो सिलीगुड़ी आना होगा फिर वहा से
दार्जिलिंग के लिए आपको साधन मिल जायेंगे |
ऊटी
ऊटी तमिलनाडु
राज्य में नीलगिरी पर्वत चोटियों के मध्य स्थित है यहाँ की सबसे सुन्दर झील ऊटी
झील है जहाँ के नज़ारे आपको आनंदभाव से भर देंगे यहाँ आप नाव की सैर करके झील की
सुन्दरता को और नजदीक से देख सकते है यहाँ विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा साल भर लगा
रहता है यहाँ पर आप मोटर बोट , पैडल बोट , फिशिंग का अनुभव ले सकते है | ऊटी की
नैसर्गिक सुन्दरता हर किसी को अपनी और आकर्षित करती है
ऊटी के पर्यटन स्थल
बोटानिकल गार्डन , लैम्बस रॉक , कोडानाडू व्यू पॉइंट , कालहट्टी झरना , अपर
भवानी झील , ईको रॉक , रोज गार्डन , दोबाबेत्ता |
कैसे पहुचे
यदि आप
वायुमार्ग से जाना चाहते है तो अपको यहाँ के सबसे नजदीकी हवाई अड्डा कोयम्बटूर आना
होगा यहाँ से आप ऊटी टैक्सी बुक करके या बस से जा सकते है |
यदि आप
रेलमार्ग से जाना चाहते है तो आपको पहले
मेट्टूपलयम रेलवे स्टेशन आना होगा फिर आप ऊटी टैक्सी बुक करके या बस से जा सकते है
|
यदि आप
सड़कमार्ग से जाना चाहते है तो ऊटी के लिए
आपको तमिलनाडु के लगभग सभी शहरों से बस मिल जाएगी |
कुन्नूर
कुन्नूर भी
तमिलनाडु राज्य में स्थित है और ध्यान देने वाली बात यह है की ये ऊटी से कुछ ही
दूरी पर है तो आप एक ही यात्रा के दौरान ऊटी और कुन्नूर दोनों हिल स्टेशन घूम सकते
है अच्छा दोस्तों एक और मजेदार बात यहाँ भी आपको टॉय ट्रेन मिल जाएगी जो आपको कुन्नूर
से ऊटी ले जाएगी और इन दोनों हिल स्टेशन
की नैसर्गिक प्राकृतिक सुन्दरता के आपको दर्शन कराएगी बहुत ही रोचक अनुभव होता है
टॉय ट्रेन से हिल स्टेशन घूमना आप इस अनुभव को बिलकुल भी छोड़े न | कुन्नूर के प्रमुख
पर्यटन स्थल सिम पार्क , डॉलफिन नोज व्यू पॉइंट , डूग किला , गुएर्नेसे टी
फैक्ट्री है |
शिलांग
शिलांग मेघालय
राज्य की राजधानी है मेघालय मतलब मेघो का आलय या यू कहे मेघो का घर , शिलांग एक
बहुत ही खूबसूरत शहर है इसको पूर्व के स्कॉटलैंड नाम से भी जाना जाता है जैसे ही
आप यहाँ पहुचोगे सारी थकावट आपकी गायब हो जाती है आप यही सोचने को मजबूर हो जायेंगे’ की क्या इतने भी सुन्दर शहर है अपने देश में | यहाँ नजदीक
में ही चेरापूंजी है यदि आपके पास समय है तो आप आप चेरापूंजी के मनोहर द्रश्य
देखना न भूले | चेरापूंजी भारत में सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र है यहाँ झरनों की
कलकल करती आवाज आपको अपनी और आकर्षित कर लेगी |
शिलांग के पर्यटन स्थल
शिलांग व्यू पॉइंट , वार्डस लेक , मावफलांग सैकरेड फारेस्ट , केथराल
और कथोलिक चर्च , एंगलीकेन सिमेंट्री चर्च , बटरफ्लाई म्यूजियम आल सैट चर्च , डॉन बोस्को
सेन्टर मावलिननाँग वॉटरफॉल . एलिफंट वॉटरफॉल |
कैसे पहुचे
यदि आप
वायुमार्ग से जाना चाहते है तो शिलांग का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा गुवाहाटी है और
गुवाहाटी से आगे का सफ़र आपको बस या कार से करना होगा |
यदि आप
रेलमार्ग से जाना चाहते है तो शिलांग का
सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन भी गुवाहाटी है और गुवाहाटी से आगे का सफ़र जो की लगभग
104 किलोमीटर का है आपको बस या कार से करना होगा |
यदि आप
सड़कमार्ग से जाना चाहते है तो आपको गुवाहाटी से शिलांग के लिए बस मिल जाएगी |
माउंट आबू
यह शहर
राजस्थान का एकलौता हिल स्टेशन है यहाँ आपको अरावली पर्वत देखने को मिल जायेंगे
वैसे तो राजस्थान अपने वैभवशाली इतिहास , संस्कृति के लिए विश्व विख्यात है परन्तु इन सब के मध्य माउंट आबू एक अलग
पहचान बनाये हुए है | अन्य हिल स्टेशनों
की तरह माउंट आबू में भी प्रकति के हरे भरे नजारे , स्वच्छ झीले देखने को
मिलेंगी इस हिल स्टेशन की एक और खास बात है की यह एक प्रसिद्ध अध्यात्मिक स्थल भी
है इसे अर्बुदरान्य भी कहा जाता है |
माउन्ट आबू के पर्यटन स्थल
सनसेट पॉइंट , नवकी झील , टोक रोक , अचलगढ़ , दिलवरा जैन मंदिर ,
गोमुख मंदिर , ब्रम्हकुमारी शांति पार्क , अलाव गुरु शिखर |
कैसे पहुचे
यदि आप
वायुमार्ग से जाना चाहते है तो यहाँ का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा उदयपुर है फिर आप
बस या टैक्सी बुक करके माउंट आबू पहुच सकते है |
यदि आप
रेलमार्ग से जाना चाहते है तो यहाँ का
सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन आबू रोड है जो की माउंट आबू से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी
पर है |
यदि आप
सड़कमार्ग से जाना चाहते है तो माउंट आबू
राजस्थान के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है |
मसूरी
यह उत्तराखंड
राज्य में स्थित हिमालय पर्वत से घिरा हुआ एक रोचक और सुखकर हिल स्टेशन है इसे
पहाडो की रानी भी कहा जाता है | मसूरी के जलप्रपात बहुत लुभावने है यहाँ के लगभग
सभी जलप्रपात वृक्षों से घिरे हुए है यहाँ देवदार के ऊँचे ऊँचे वृक्ष अत्यंत
आकर्षक लगते है चारो तरह प्रकृति की हरियाली देखने को मिलती है | यहाँ पर विदेशी
पर्यटक भी बहुतायत मात्र में घुमने आते है |
मसूरी के पर्यटन स्थल
गन हिल , मसूरी झील , संतरा
देवी मंदिर , म्युनिसिपल गार्डन , केम्पटी फ़ाल , लेक मिस्ट , झड़ीपानी फ़ाल , भत्ता
फ़ाल , कैमल्स बेक रोड , नाग देवता मंदिर |
कैसे पहुचे
यदि आप
वायुमार्ग से जाना चाहते है तो यहाँ का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून है फिर आप
बस या टैक्सी बुक करके मसूरी ( जो की देहरादून से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर है
) पहुच सकते है |
यदि आप रेलवे
मार्ग से जाना चाहते है तो यहाँ का सबसे
नजदीकी रेलवे स्टेशन देहरादून है फिर आप बस या टैक्सी बुक करके मसूरी पहुच सकते है
|
यदि आप
सड़कमार्ग से जाना चाहते है तो भारत के कई
प्रमुख शहरों से देहरादून के लिए बसे चलती है |
मुन्नार
मुन्नार केरल
राज्य में तीन तरफ से पहाड़ो की श्रंखलाओ से घिरा हुआ है | यह हिल स्टेशन चाय की खेती के लिए प्रसिद्ध है
यहाँ आपको चाय के कई बड़े बड़े बागान देखने को मिल जायेंगे यहाँ आप हाउसबोटिंग ,
ट्रैकिंग , पारा ग्लाइडिंग , हाईकिंग का
शानदार आनंद ले सकते है |
Neelkurniji Flower |
मुन्नार को भारत की हरी राजधानी भी कहा जाता है यह
अत्यंत सुरम्य हिल स्टेशन है | यहाँ की एक और खास बात है नीलकुरिन्जी फूल जो 12
वर्षो में एक बार ही खिलता है यह फूल यहाँ पाया जाता है |
मुन्नार के पर्यटन स्थल
राजमाला , आनामुड़ी शिखर , कोच्ची फोर्ट , मट्टूपेटी बांध , पौतेमेदू
, चितीरापुरम , वांडरला अम्यूस्मेंट पार्क , गणपति मंदिर , पल्लिवासल |
कैसे पहुचे
यदि आप
वायुमार्ग से जाना चाहते है तो यहाँ के सबसे नजदीकी हवाई अड्डा कोच्ची और मदुरै है
यहाँ से आपको मुन्नार के लिए तमाम साधन आसानी से मिल जायेंगे |
यदि आप रेलवे
मार्ग से जाना चाहते है तो यहाँ का सबसे
नजदीकी रेलवे स्टेशन कोच्यो और कोट्टायम
है |
यदि आप
सड़कमार्ग से जाना चाहते है तो मुन्नार
भारत के सभी प्रमुख शहरो से जुडा हुआ है |
ये तो हो गए
भारत के कुछ प्रमुख हिल स्टेशन और भी बहुत से हिल स्टेशन हमारे देश में मौजूद है , मेरी जानकारी में कुछ और भी पहाड़ी क्षेत्र है जिनकी जानकारी भी संझेप में दिए दे
रहा हूँ –
पंचगनी
यह महाराष्ट्र
राज्य में सतारा जिले में है यहाँ आपको कृष्णा नदी के निर्मल पानी की कलकलाहत और
हरे भरे वृक्ष लुभाते है पंचगनी बॉलीवुड के लिए बड़ा महत्त्व रखता है यहाँ कई
फिल्मो एवं धारावाहिकों की शूटिंग होती रहती है | यहाँ का स्ट्राबेरी फेस्टिवल
पुरी दुनिया में प्रसिद्ध है |
लोनावाला
यह महाराष्ट्र
राज्य में पुणे जिले में मुम्बई के निकट एक पहाड़ी इलाका है चिक्की यहाँ की सबसे
मशहूर मिठाई है यहाँ भी आपको झरने , हरियाली देखने को मिल जाएगी |
रानीखेत
यह उत्तराखंड
राज्य में अल्मोड़ा जिले में स्थित है यह अपनी हरियाली के लिए प्रसिद्ध है यहाँ
आपको देवदार और चीड के जंगल मिल जायेंगे जो मनभावन है | रानीखेत के मुख्य पर्यटन
स्थल शीतला खेत , धौलीखेत , हेदखन बाबा का मंदिर , मजखाली , भालू डैम आदि है | यह
काठगोदाम से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर है |
कौसानी
यह उत्तराखंड
राज्य में बागेश्वर जिले का एक गाँव है यहाँ के सूर्योदय को देखने पर्यटक दूर दूर
से आते है इतना सुन्दर सूर्योदय भारत में और कही देखने को नहीं मिलता है यह हिल
स्टेशन अत्यंत शांत है | कौसानी के मुख्या पर्यटन स्थल पिनाकेश्वर , पन्त
संग्रहालय , पिडारी ग्लेशियर आदि है | यह काठगोदाम से लगभग 140 किलोमीटर की दूरी
पर है |
दोस्तों अपने
देश में इतने ही नहीं और भी बहुत से
रोमांचकारी हिल स्टेशन है जिनका मै जिक्र मै अपनी आगे की पोस्टो में करता रहूँगा
वैसे गर्मियों की छुट्टी में घुमने के लिए मेरे हिसाब से हिल स्टेशन से अच्छा और
कोई दूसरा विकल्प नहीं है तो आप कोशिश करे की कुछ समय अपनी व्यस्त जिदगी से निकालकर
किसी पहाड़ी जगह को दे वहा की तरोताजा जलवायु से अपने शरीर को एक नयी ऊर्जा दे तो
आज की पोस्ट यही पर समाप्त होती यदि आपका कोई सुझाव हो तो कृपया हमें कमेंट करके अवश्य
बताये |
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